यहूदाह
1 यह ख़त ईसा मसीह के ख़ादिम और याक़ूब के भाई यहूदाह की तरफ़ से है।
2 अल्लाह आपको रहम, सलामती और मुहब्बत कसरत से अता करे।
5 गो आप यह सब कुछ जानते हैं, फिर भी मैं आपको इसकी याद दिलाना चाहता हूँ कि अगरचे ख़ुदावंद ने अपनी क़ौम को मिसर से निकालकर बचा लिया था तो भी उसने बाद में उन्हें हलाक कर दिया जो ईमान नहीं रखते थे। 6 उन फ़रिश्तों को याद करें जो उस दायराए-इख़्तियार के अंदर न रहे जो अल्लाह ने उनके लिए मुक़र्रर किया था बल्कि जिन्होंने अपनी रिहाइशगाह को तर्क कर दिया। उन्हें उसने तारीकी में महफ़ूज़ रखा है जहाँ वह अबदी ज़ंजीरों में जकड़े हुए रोज़े-अज़ीम की अदालत का इंतज़ार कर रहे हैं। 7 सदूम, अमूरा और उनके इर्दगिर्द के शहरों को भी मत भूलना, जिनके बाशिंदे इन फ़रिश्तों की तरह ज़िनाकारी और ग़ैरफ़ितरी सोहबत के पीछे पड़े रहे। यह लोग अबदी आग की सज़ा भुगतते हुए सबके लिए एक इबरतनाक मिसाल हैं।
8 तो भी इन लोगों ने उनका-सा रवैया अपना लिया है। अपने ख़ाबों की बिना पर वह अपने बदनों को आलूदा कर लेते, ख़ुदावंद का इख़्तियार रद्द करते और जलाली हस्तियों पर कुफ़र बकते हैं। 9 इनके मुक़ाबले में सरदार फ़रिश्ते मीकाएल के रवय्ये पर ग़ौर करें। जब वह इबलीस से झगड़ते वक़्त मूसा की लाश के बारे में बहस-मुबाहसा कर रहा था तो उसने इबलीस पर कुफ़र बकने का फ़ैसला करने की जुर्रत न की बल्कि सिर्फ़ इतना ही कहा, “रब आपको डाँटे!” 10 लेकिन यह लोग हर ऐसी बात के बारे में कुफ़र बकते हैं जो उनकी समझ में नहीं आती। और जो कुछ वह फ़ितरी तौर पर बेसमझ जानवरों की तरह समझते हैं वही उन्हें तबाह कर देता है। 11 उन पर अफ़सोस! उन्होंने क़ाबील की राह इख़्तियार की है। पैसों के लालच में उन्होंने अपने आपको पूरे तौर पर उस ग़लती के हवाले कर दिया है जो बिलाम ने की। वह क़ोरह की तरह बाग़ी होकर हलाक हुए हैं। 12 जब यह लोग ख़ुदावंद की मुहब्बत को याद करनेवाले रिफ़ाक़ती खानों में शरीक होते हैं तो रिफ़ाक़त के लिए धब्बे बन जाते हैं। यह डरे बग़ैर खाना खा खाकर उससे महज़ूज़ होते हैं। यह ऐसे चरवाहे हैं जो सिर्फ़ अपनी गल्लाबानी करते हैं। यह ऐसे बादल हैं जो हवाओं के ज़ोर से चलते तो हैं लेकिन बरसते नहीं। यह सर्दियों के मौसम में ऐसे दरख़्तों की मानिंद हैं जो दो लिहाज़ से मुरदा हैं। वह फल नहीं लाते और जड़ से उखड़े हुए हैं। 13 यह समुंदर की बेकाबू लहरों की मानिंद हैं जो अपनी शर्मनाक हरकतों की झाग उछालती हैं। यह आवारा सितारे हैं जिनके लिए अल्लाह ने सबसे गहरी तारीकी में एक दायमी जगह मख़सूस की है।
14 आदम के बाद सातवें आदमी हनूक ने इन लोगों के बारे में यह पेशगोई की, “देखो, ख़ुदावंद अपने बेशुमार मुक़द्दस फ़रिश्तों के साथ 15 सबकी अदालत करने आएगा। वह उन्हें उन तमाम बेदीन हरकतों के सबब से मुजरिम ठहराएगा जो उनसे सरज़द हुई हैं और उन तमाम सख़्त बातों की वजह से जो बेदीन गुनाहगारों ने उसके ख़िलाफ़ की हैं।”
16 यह लोग बुड़बुड़ाते और शिकायत करते रहते हैं। यह सिर्फ़ अपनी ज़ाती ख़ाहिशात पूरी करने के लिए ज़िंदगी गुज़ारते हैं। यह अपने बारे में शेख़ी मारते और अपने फ़ायदे के लिए दूसरों की ख़ुशामद करते हैं।
22 उन पर रहम करें जो शक में पड़े हैं। 23 बाज़ को आग में से छीनकर बचाएँ और बाज़ पर रहम करें, लेकिन ख़ौफ़ के साथ। बल्कि उस शख़्स के लिबास से भी नफ़रत करें जो अपनी हरकतों से गुनाह से आलूदा हो गया है।