6 अब पूरी हिम्मत से हर बात पर अमल करें जो मूसा की शरीअत की किताब में लिखी हुई है। न दाईं और न बाईं तरफ़ हटें। 7 उन दीगर क़ौमों से रिश्ता मत बाँधना जो अब तक मुल्क में बाक़ी रह गई हैं। उनके बुतों के नाम अपनी ज़बान पर न लाना, न उनके नाम लेकर क़सम खाना। न उनकी ख़िदमत करना, न उन्हें सिजदा करना। 8 रब अपने ख़ुदा के साथ यों लिपटे रहना जिस तरह आज तक लिपटे रहे हैं।
9 रब ने आपके आगे आगे चलकर बड़ी बड़ी और ताक़तवर क़ौमें निकाल दी हैं। आज तक आपके सामने कोई नहीं खड़ा रह सका। 10 आपमें से एक शख़्स हज़ार दुश्मनों को भगा देता है, क्योंकि रब आपका ख़ुदा ख़ुद आपके लिए लड़ता है जिस तरह उसने वादा किया था। 11 चुनाँचे संजीदगी से ध्यान दें कि आप रब अपने ख़ुदा से प्यार करें, क्योंकि आपकी ज़िंदगी इसी पर मुनहसिर है। 12 अगर आप उससे दूर होकर उन दीगर क़ौमों से लिपट जाएँ जो अब तक मुल्क में बाक़ी हैं और उनके साथ रिश्ता बाँधें 13 तो रब आपका ख़ुदा यक़ीनन इन क़ौमों को आपके आगे से नहीं निकालेगा। इसके बजाए यह आपको फँसाने के लिए फंदा और जाल बनेंगे। यह यक़ीनन आपकी पीठों के लिए कोड़े और आँखों के लिए काँटे बन जाएंगे। आख़िर में आप उस अच्छे मुल्क में से मिट जाएंगे जो रब आपके ख़ुदा ने आपको दे दिया है।
14 आज मैं वहाँ जा रहा हूँ जहाँ किसी न किसी दिन दुनिया के हर शख़्स को जाना होता है। लेकिन आपने पूरे दिलो-जान से जान लिया है कि जो भी वादा रब आपके ख़ुदा ने आपके साथ किया वह पूरा हुआ है। एक भी अधूरा नहीं रह गया। 15 लेकिन जिस तरह रब ने हर वादा पूरा किया है बिलकुल उसी तरह वह तमाम आफ़तें आप पर नाज़िल करेगा जिनके बारे में उसने आपको ख़बरदार किया है अगर आप उसके ताबे न रहें। फिर वह आपको उस अच्छे मुल्क में से मिटा देगा जो उसने आपको दे दिया है। 16 अगर आप उस अहद को तोड़ें जो उसने आपके साथ बाँधा है और दीगर माबूदों की पूजा करके उन्हें सिजदा करें तो फिर रब का पूरा ग़ज़ब आप पर नाज़िल होगा और आप जल्द ही उस अच्छे मुल्क में से मिट जाएंगे जो उसने आपको दे दिया है।”
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