5 लेकिन रब उस शहर और बुर्ज को देखने के लिए उतर आया जिसे लोग बना रहे थे। 6 रब ने कहा, “यह लोग एक ही क़ौम हैं और एक ही ज़बान बोलते हैं। और यह सिर्फ़ उसका आग़ाज़ है जो वह करना चाहते हैं। अब से जो भी वह मिलकर करना चाहेंगे उससे उन्हें रोका नहीं जा सकेगा। 7 इसलिए आओ, हम दुनिया में उतरकर उनकी ज़बान को दरहम-बरहम कर दें ताकि वह एक दूसरे की बात समझ न पाएँ।”
8 इस तरीक़े से रब ने उन्हें तमाम रूए-ज़मीन पर मुंतशिर कर दिया, और शहर की तामीर रुक गई। 9 इसलिए शहर का नाम बाबल यानी अबतरी ठहरा, क्योंकि रब ने वहाँ तमाम लोगों की ज़बान को दरहम-बरहम करके उन्हें तमाम रूए-ज़मीन पर मुंतशिर कर दिया।
12 अरफ़क्सद 35 साल का था जब सिलह पैदा हुआ। 13 इसके बाद वह मज़ीद 403 साल ज़िंदा रहा। उसके और बेटे-बेटियाँ भी पैदा हुए।
14 सिलह 30 साल का था जब इबर पैदा हुआ। 15 इसके बाद वह मज़ीद 403 साल ज़िंदा रहा। उसके और बेटे-बेटियाँ भी पैदा हुए।
16 इबर 34 साल का था जब फ़लज पैदा हुआ। 17 इसके बाद वह मज़ीद 430 साल ज़िंदा रहा। उसके और बेटे-बेटियाँ भी पैदा हुए।
18 फ़लज 30 साल का था जब रऊ पैदा हुआ। 19 इसके बाद वह मज़ीद 209 साल ज़िंदा रहा। उसके और बेटे-बेटियाँ भी पैदा हुए।
20 रऊ 32 साल का था जब सरूज पैदा हुआ। 21 इसके बाद वह मज़ीद 207 साल ज़िंदा रहा। उसके और बेटे-बेटियाँ भी पैदा हुए।
22 सरूज 30 साल का था जब नहूर पैदा हुआ। 23 इसके बाद वह मज़ीद 200 साल ज़िंदा रहा। उसके और बेटे-बेटियाँ भी पैदा हुए।
24 नहूर 29 साल का था जब तारह पैदा हुआ। 25 इसके बाद वह मज़ीद 119 साल ज़िंदा रहा। उसके और बेटे-बेटियाँ भी पैदा हुए।
26 तारह 70 साल का था जब उसके बेटे अब्राम, नहूर और हारान पैदा हुए।
27 यह तारह का नसबनामा है : अब्राम, नहूर और हारान तारह के बेटे थे। लूत हारान का बेटा था। 28 अपने बाप तारह की ज़िंदगी में ही हारान कसदियों के ऊर में इंतक़ाल कर गया जहाँ वह पैदा भी हुआ था।
29 बाक़ी दोनों बेटों की शादी हुई। अब्राम की बीवी का नाम सारय था और नहूर की बीवी का नाम मिलकाह। मिलकाह हारान की बेटी थी, और उस की एक बहन बनाम इस्का थी। 30 सारय बाँझ थी, इसलिए उसके बच्चे नहीं थे।
31 तारह कसदियों के ऊर से रवाना होकर मुल्के-कनान की तरफ़ सफ़र करने लगा। उसके साथ उसका बेटा अब्राम, उसका पोता लूत यानी हारान का बेटा और उस की बहू सारय थे। जब वह हारान पहुँचे तो वहाँ आबाद हो गए। 32 तारह 205 साल का था जब उसने हारान में वफ़ात पाई।
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