1 इसलिए दाऊद ने फ़ैसला किया, “रब हमारे ख़ुदा का घर गाहने की इस जगह पर होगा, और यहाँ वह क़ुरबानगाह भी होगी जिस पर इसराईल के लिए भस्म होनेवाली क़ुरबानी जलाई जाती है।”
11 दाऊद ने बात जारी रखकर कहा, “मेरे बेटे, रब आपके साथ हो ताकि आपको कामयाबी हासिल हो और आप रब अपने ख़ुदा का घर उसके वादे के मुताबिक़ तामीर कर सकें। 12 आपको इसराईल पर मुक़र्रर करते वक़्त रब आपको हिकमत और समझ अता करे ताकि आप रब अपने ख़ुदा की शरीअत पर अमल कर सकें। 13 अगर आप एहतियात से उन हिदायात और अहकाम पर अमल करें जो रब ने मूसा की मारिफ़त इसराईल को दे दिए तो आपको ज़रूर कामयाबी हासिल होगी। मज़बूत और दिलेर हों। डरें मत और हिम्मत न हारें। 14 देखें, मैंने बड़ी जिद्दो-जहद के साथ रब के घर के लिए सोने के 34,00,000 किलोग्राम और चाँदी के 3,40,00,000 किलोग्राम तैयार कर रखे हैं। इसके अलावा मैंने इतना पीतल और लोहा इकट्ठा किया कि उसे तोला नहीं जा सकता, नीज़ लकड़ी और पत्थर का ढेर लगाया, अगरचे आप और भी जमा करेंगे। 15 आपकी मदद करनेवाले कारीगर बहुत हैं। उनमें पत्थर को तराशनेवाले, राज, बढ़ई और ऐसे कारीगर शामिल हैं जो महारत से हर क़िस्म की चीज़ बना सकते हैं, 16 ख़ाह वह सोने, चाँदी, पीतल या लोहे की क्यों न हो। बेशुमार ऐसे लोग तैयार खड़े हैं। अब काम शुरू करें, और रब आपके साथ हो!”
17 फिर दाऊद ने इसराईल के तमाम राहनुमाओं को अपने बेटे सुलेमान की मदद करने का हुक्म दिया। 18 उसने उनसे कहा, “रब आपका ख़ुदा आपके साथ है। उसने आपको पड़ोसी क़ौमों से महफ़ूज़ रखकर अमनो-अमान अता किया है। मुल्क के बाशिंदों को उसने मेरे हवाले कर दिया, और अब यह मुल्क रब और उस की क़ौम के ताबे हो गया है। 19 अब दिलो-जान से रब अपने ख़ुदा के तालिब रहें। रब अपने ख़ुदा के मक़दिस की तामीर शुरू करें ताकि आप जल्दी से अहद का संदूक़ और मुक़द्दस ख़ैमे के सामान को उस घर में ला सकें जो रब के नाम की ताज़ीम में तामीर होगा।”
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