5 योच तरह हे नवयुवकों, तुम भी धर्म बुजूर्गों को अधीन रहो, तुम एक दूसरों की सेवा करन को लायी विनम्रता धारन करो कहालीकि शास्त्र कह्य हय। “परमेश्वर अभिमानियों को विरोध करय हय, पर दिनो पर अनुग्रह करय हय।”*नीतिवचन ३:३४ 6 ✡मत्ती २३:१२; लूका १४:११; १८:१४येकोलायी परमेश्वर को शक्तिशाली हाथ को खल्लो दीनता सी रहो, जेकोसी ऊ तुम्ख ठीक समय पर बढ़ायेंन। 7 अपनी पूरी चिन्ता ओकोच पर डाल देवो, कहालीकि ओख तुम्हरो ध्यान हय।
8 सचेत रहो, अऊर जागतो रहो; कहालीकि तुम्हरो दुस्मन शैतान, एक गर्जन वालो सिंह को जसो इत-उत घुमतो हुयो यो ताक म रह्य हय कि कोख फाड़ खाये। 9 विश्वास म मजबूत होय क, अऊर यो जान क ओको सामना करो कि तुम्हरो भाऊ जो जगत म हंय असोच दु:ख सह रह्यो हंय। 10 अब परमेश्वर जो पूरो अनुग्रह को दाता हय, जेन तुम्ख यीशु मसीह म अपनी अनन्त महिमा को लायी बुलायो, तुम्हरो थोड़ो देर तक दु:ख उठावन को बाद खुदच तुम्ख सिद्ध अऊर स्थिर अऊर बलवन्त करेंन। 11 ओकोच साम्राज्य हमेशा हमेशा रहे। आमीन।
13 ✡प्रेरितों १२:१२,२५; १३:१३; १५:३७-३९; कुलुस्सियों ४:१०; फिलेमोन १:२४बेबीलोन नगर की मण्डली जो तुम्हरो जसो दुबारा चुन्यो गयो हय, हि तुम्ख नमस्कार करय हय अऊर मसीह म मोरो बेटा मरकुस तुम्ख नमस्कार करय हंय।
14 एक दूसरों ख प्रेम सी गलो लगाय क नमस्कार करो। जो सब मसीह म हय शान्ति मिले।
<- १ पतरस 4