5 यह देखकर अश्कलोन डरेगा; गाज़ा को दुःख होगा, और एक्रोन भी डरेगा, क्योंकि उसकी आशा टूटेगी; और गाज़ा में फिर राजा न रहेगा और अश्कलोन फिर बसी न रहेगी। 6 अश्दोद में अनजाने लोग बसेंगे; इसी प्रकार मैं पलिश्तियों के गर्व को तोड़ूँगा*मैं पलिश्तियों के गर्व को तोड़ूँगा: गर्व अपने देश की बर्बादी से बच जाएगा, अपने शहरों पर कब्जा करेगा, स्वतंत्रता कम होगी। यह उनकी राष्ट्रीयता की हानि से नहीं बचेगा; क्योंकि वे स्वयं वही लोग नहीं होंगे, जिन्हें अपने लम्बे वंश और इस्राएल पर अपनी जीत पर गर्व था।। 7 मैं उसके मुँह में से आहेर का लहू और घिनौनी वस्तुएँ निकाल दूँगा, तब उनमें से जो बचा रहेगा, वह हमारे परमेश्वर का जन होगा, और यहूदा में अधिपति सा होगा; और एक्रोन के लोग यबूसियों के समान बनेंगे। 8 तब मैं उस सेना के कारण जो पास से होकर जाएगी और फिर लौट आएगी, अपने भवन के आस-पास छावनी किए रहूँगा, और कोई सतानेवाला फिर उनके पास से होकर न जाएगा, क्योंकि मैं ये बातें अब भी देखता हूँ।
13 क्योंकि मैंने धनुष के समान यहूदा को चढ़ाकर उस पर तीर के समान एप्रैम को लगाया है। मैं सिय्योन के निवासियों को यूनान के निवासियों के विरुद्ध उभारूँगा, और उन्हें वीर की तलवार सा कर दूँगा। 14 तब यहोवा उनके ऊपर दिखाई देगा, और उसका तीर बिजली के समान छूटेगा; और परमेश्वर यहोवा नरसिंगा फूँककर दक्षिण देश की सी आँधी में होकर चलेगा। 15 सेनाओं का यहोवा ढाल से उन्हें बचाएगा, और वे अपने शत्रुओं का नाश करेंगे, और उनके गोफन के पत्थरों पर पाँव रखेंगे; और वे पीकर ऐसा कोलाहल करेंगे जैसा लोग दाखमधु पीकर करते हैं; और वे कटोरे के समान या वेदी के कोने के समान भरे जाएँगे।
16 उस समय उनका परमेश्वर यहोवा उनको अपनी प्रजारूपी भेड़-बकरियाँ जानकर उनका उद्धार करेगा; और वे मुकुटमणि ठहर के, उसकी भूमि से बहुत ऊँचे पर चमकते रहेंगे‡वे मुकुटमणि ठहर के, .... चमकते रहेंगे: परमेश्वर के बैरी पाँवों तले रौंदे जाएगे क्योंकि एक सर्वनिष्ठ बात अपनी पूर्ति से चूक गई, वे मूल्यवान मणि ठहरेंगे, राजा का अभिषिक्त राजदण्ड होंगे । 17 उसका क्या ही कुशल, और क्या ही शोभा उसकी होगी! उसके जवान लोग अन्न खाकर, और कुमारियाँ नया दाखमधु पीकर हष्ट-पुष्ट हो जाएँगी।
<- जकर्याह 8जकर्याह 10 ->- a मैं पलिश्तियों के गर्व को तोड़ूँगा: गर्व अपने देश की बर्बादी से बच जाएगा, अपने शहरों पर कब्जा करेगा, स्वतंत्रता कम होगी। यह उनकी राष्ट्रीयता की हानि से नहीं बचेगा; क्योंकि वे स्वयं वही लोग नहीं होंगे, जिन्हें अपने लम्बे वंश और इस्राएल पर अपनी जीत पर गर्व था।
- b वह धर्मी और उद्धार पाया हुआ है: यह उसके व्यक्तित्व की महिमा एवं सिद्धता है कि सिद्ध जन उसे निहारें और उसकी स्तुति करे।
- c वे मुकुटमणि ठहर के, .... चमकते रहेंगे: परमेश्वर के बैरी पाँवों तले रौंदे जाएगे क्योंकि एक सर्वनिष्ठ बात अपनी पूर्ति से चूक गई, वे मूल्यवान मणि ठहरेंगे, राजा का अभिषिक्त राजदण्ड होंगे