7 पुराने समय में इस्राएल में छुड़ाने और बदलने के विषय में सब पक्का करने के लिये यह प्रथा थी, कि मनुष्य अपनी जूती उतार के दूसरे को देता था। इस्राएल में प्रमाणित इसी रीति से होता था। 8 इसलिए उस छुड़ानेवाले कुटुम्बी ने बोअज से यह कहकर; “कि तू उसे मोल ले,” अपनी जूती उतारी। 9 तब बोअज ने वृद्ध लोगों और सब लोगों से कहा, “तुम आज इस बात के साक्षी हो कि जो कुछ एलीमेलेक का और जो कुछ किल्योन और महलोन का था, वह सब मैं नाओमी के हाथ से मोल लेता हूँ। 10 फिर महलोन की स्त्री रूत मोआबिन को भी मैं अपनी पत्नी करने के लिये इस मनसा से मोल लेता हूँ, कि मरे हुए का नाम उसके निज भाग पर स्थिर करूँ, कहीं ऐसा न हो कि मरे हुए का नाम उसके भाइयों में से और उसके स्थान के फाटक से मिट जाए; तुम लोग आज साक्षी ठहरे हो।” 11 तब फाटक के पास जितने लोग थे उन्होंने और वृद्ध लोगों ने कहा, “हम साक्षी हैं। यह जो स्त्री तेरे घर में आती है उसको यहोवा इस्राएल के घराने की दो उपजानेवाली राहेल और लिआ के समान करे। और तू एप्राता में वीरता करे, और बैतलहम में तेरा बड़ा नाम हो; 12 और जो सन्तान यहोवा इस जवान स्त्री के द्वारा तुझे दे उसके कारण से तेरा घराना पेरेस‡पेरेस: पेरेस एप्राता के वंश का पूर्वज था, बोअज स्वयं उससे सम्बंधित था का सा हो जाए, जो तामार से यहूदा के द्वारा उत्पन्न हुआ।” (मत्ती 1:3)
18 पेरेस की वंशावली यह है, अर्थात् पेरेस से हेस्रोन, 19 और हेस्रोन से राम, और राम से अम्मीनादाब, 20 और अम्मीनादाब से नहशोन, और नहशोन से सलमोन, 21 और सलमोन से बोअज, और बोअज से ओबेद, 22 और ओबेद से यिशै, और यिशै से दाऊद उत्पन्न हुआ। (मत्ती 1:4-6, लूका 3:31,32)
<- रूत 3- a फाटक: पूर्वी देशों में नगर द्वारा समागम का, व्यापार का, और न्याय करने का स्थान होता था।
- b मैं उसको छुड़ा नहीं सकता: अर्थात् वह निकट परिजन द्वारा मुक्ति का कार्य नहीं कर सकता था उसे भय था कि उसकी सम्पदा एलिमेलेक के पास जाएगी।
- c पेरेस: पेरेस एप्राता के वंश का पूर्वज था, बोअज स्वयं उससे सम्बंधित था
- d ओबेद: अर्थात् सेवक उसने इस विचार से उसको यह नाम दिया कि वह अपनी दादी नाओमी की प्रेम से सेवा करेगा