2 इन बारह प्रेरितों*प्रेरितों: प्रेरित शब्द यूनानी भाषा “अपोसतोलॉस” शब्द से लिया गया है, जिसका अर्थ, “वह जो भेजा जाता है।” के नाम ये हैं: पहला शमौन, जो पतरस कहलाता है, और उसका भाई अन्द्रियास; जब्दी का पुत्र याकूब, और उसका भाई यूहन्ना; 3 फिलिप्पुस और बरतुल्मै, थोमा, और चुंगी लेनेवाला मत्ती, हलफईस का पुत्र याकूब और तद्दै। 4 शमौन कनानी†शमौन कनानी: वह एक प्राचीन यहूदी समुदाय का सदस्य था, इस समुदाय का लक्ष्य विश्व यहूदी साम्राज्य की स्थापना करना और इसी कारण वे सन 70 तक रोमी साम्राज्य के कट्टर विरोधी थे।, और यहूदा इस्करियोती, जिसने उसे पकड़वाया।
11 “जिस किसी नगर या गाँव में जाओ तो पता लगाओ कि वहाँ कौन योग्य है? और जब तक वहाँ से न निकलो, उसी के यहाँ रहो। 12 और घर में प्रवेश करते हुए उसे आशीष देना। 13 यदि उस घर के लोग योग्य होंगे तो तुम्हारा कल्याण उन पर पहुँचेगा परन्तु यदि वे योग्य न हों तो तुम्हारा कल्याण तुम्हारे पास लौट आएगा। 14 और जो कोई तुम्हें ग्रहण न करे, और तुम्हारी बातें न सुने, उस घर या उस नगर से निकलते हुए अपने पाँवों की धूल झाड़ डालो। 15 मैं तुम से सच कहता हूँ, कि न्याय के दिन उस नगर की दशा से सदोम और गमोरा के नगरों की दशा अधिक सहने योग्य होगी।
21 “भाई अपने भाई को और पिता अपने पुत्र को, मरने के लिये सौंपेंगे, और बच्चे माता-पिता के विरोध में उठकर उन्हें मरवा डालेंगे।(मीका 7:6) 22 मेरे नाम के कारण सब लोग तुम से बैर करेंगे, पर जो अन्त तक धीरज धरेगा उसी का उद्धार होगा। 23 जब वे तुम्हें एक नगर में सताएँ, तो दूसरे को भाग जाना। मैं तुम से सच कहता हूँ, तुम मनुष्य के पुत्र के आने से पहले इस्राएल के सब नगरों में से गए भी न होंगे।
34 “यह न समझो, कि मैं पृथ्वी पर मिलाप कराने को आया हूँ; मैं मिलाप कराने को नहीं, पर तलवार चलवाने आया हूँ। 35 मैं तो आया हूँ, कि मनुष्य को उसके पिता से, और बेटी को उसकी माँ से, और बहू को उसकी सास से अलग कर दूँ। 36 मनुष्य के बैरी उसके घर ही के लोग होंगे।
37 “जो माता या पिता को मुझसे अधिक प्रिय जानता है, वह मेरे योग्य नहीं और जो बेटा या बेटी को मुझसे अधिक प्रिय जानता है, वह मेरे योग्य नहीं।(लूका 14:26) 38 और जोअपना क्रूस लेकर§अपना क्रूस लेकर: “क्रूस उठाना” एक मुहावरा है जिसका अभिप्राय है, किसी बोझिल काम को करना या उसका यत्न करना या मसीह के अनुसरण में अपमान जनक माना जाता है।मेरे पीछे न चले वह मेरे योग्य नहीं। 39 जो अपने प्राण बचाता है, वह उसे खोएगा; और जो मेरे कारण अपना प्राण खोता है, वह उसे पाएगा।
- a प्रेरितों: प्रेरित शब्द यूनानी भाषा “अपोसतोलॉस” शब्द से लिया गया है, जिसका अर्थ, “वह जो भेजा जाता है।”
- b शमौन कनानी: वह एक प्राचीन यहूदी समुदाय का सदस्य था, इस समुदाय का लक्ष्य विश्व यहूदी साम्राज्य की स्थापना करना और इसी कारण वे सन 70 तक रोमी साम्राज्य के कट्टर विरोधी थे।
- c शैतान: “दुष्टात्माओं का राजकुमार” (मत्ती 12:24)। उसे बाल-जबूल भी कहा गया है- एक्रोनियों का मक्खी देवता।
- d अपना क्रूस लेकर: “क्रूस उठाना” एक मुहावरा है जिसका अभिप्राय है, किसी बोझिल काम को करना या उसका यत्न करना या मसीह के अनुसरण में अपमान जनक माना जाता है।