3 क्योंकि यहोवा यह कहता है, “तुम जो सेंत-मेंत बिक गए थे, इसलिए अब बिना रुपया दिए छुड़ाए भी जाओगे। (भज. 44:12, 1 पत. 1:18) 4 प्रभु यहोवा यह कहता है: मेरी प्रजा पहले तो मिस्र में परदेशी होकर रहने को गई थी, और अश्शूरियों ने भी बिना कारण उन पर अत्याचार किया। 5 इसलिए यहोवा की यह वाणी है कि मैं अब यहाँ क्या करूँ जबकि मेरी प्रजा सेंत-मेंत हर ली गई है? यहोवा यह भी कहता है कि जो उन पर प्रभुता करते हैं वे ऊधम मचा रहे हैं, और मेरे नाम कि निन्दा लगातार दिन भर होती रहती है। (यहे. 36:20-23, रोम. 2:24) 6 इस कारण मेरी प्रजा मेरा नाम जान लेगी; वह उस समय जान लेगी कि जो बातें करता है वह यहोवा ही है; देखो, मैं ही हूँ।”
7 पहाड़ों पर उसके पाँव क्या ही सुहावने हैं जो शुभ समाचार लाता है, जो शान्ति की बातें सुनाता है और कल्याण का शुभ समाचार और उद्धार का सन्देश देता है, जो सिय्योन से कहता हैं, “तेरा परमेश्वर राज्य करता है।” (प्रेरि. 10:36, रोम. 10:15, नहू. 1:15) 8 सुन, तेरे पहरुए पुकार रहे हैं, वे एक साथ जयजयकार कर रहें हैं; क्योंकि वे साक्षात् देख रहे हैं कि यहोवा सिय्योन को लौट रहा है। 9 हे यरूशलेम के खण्डहरों, एक संग उमंग में आकर जयजयकार करो; क्योंकि यहोवा ने अपनी प्रजा को शान्ति दी है, उसने यरूशलेम को छुड़ा लिया है। 10 यहोवा ने सारी जातियों के सामने अपनी पवित्र भुजा प्रगट की है†यहोवा ने...अपनी पवित्र भुजा प्रगट की है: अर्थात् अपनी प्रजा को दासत्व से छुड़ाने के लिए। यह उपमा योद्धाओं से ली गई है जो युद्ध के लिए अपनी भुजा को प्रगट करते हैं। इसका अभिप्राय है कि परमेश्वर अपने लोगों को बचाने के लिए एक योद्धा के रूप में आता है। ; और पृथ्वी के दूर-दूर देशों के सब लोग हमारे परमेश्वर का किया हुआ उद्धार निश्चय देख लेंगे। (भज. 98:3, लूका 3:16, लूका 2:30,31)
11 दूर हो, दूर, वहाँ से निकल जाओ, कोई अशुद्ध वस्तु मत छूओ; उसके बीच से निकल जाओ; हे यहोवा के पात्रों के ढोनेवालों, अपने को शुद्ध करो। (2 कुरि. 6:17, प्रका. 18:4) 12 क्योंकि तुम को उतावली से निकलना नहीं, और न भागते हुए चलना पड़ेगा; क्योंकि यहोवा तुम्हारे आगे-आगे अगुआई करता हुआ चलेगा, और इस्राएल का परमेश्वर तुम्हारे पीछे भी रक्षा करता चलेगा।
- a अपना बल धारण कर: बल काम में ले, शक्तिशाली हो, निर्भीक हो, आत्म-विश्वास रख, निराशा से उभर आ और ऐसा उत्साह रख जैसे कि सफलता का काम करने जा रहा है।
- b यहोवा ने...अपनी पवित्र भुजा प्रगट की है: अर्थात् अपनी प्रजा को दासत्व से छुड़ाने के लिए। यह उपमा योद्धाओं से ली गई है जो युद्ध के लिए अपनी भुजा को प्रगट करते हैं। इसका अभिप्राय है कि परमेश्वर अपने लोगों को बचाने के लिए एक योद्धा के रूप में आता है।