8 यह सुनकर कि इस्राएल के राजा ने अपने वस्त्र फाड़े हैं, परमेश्वर के भक्त एलीशा ने राजा के पास कहला भेजा, “तूने क्यों अपने वस्त्र फाड़े हैं? वह मेरे पास आए, तब जान लेगा, कि इस्राएल में भविष्यद्वक्ता है।” 9 तब नामान घोड़ों और रथों समेत एलीशा के द्वार पर आकर खड़ा हुआ। 10 तब एलीशा ने एक दूत से उसके पास यह कहला भेजा*एक दूत से उसके पास यह कहला भेजा: एलीशा ने उससे भेंट नहीं की, इसलिए नहीं कि वह कोढ़ी था। उसने एक दूत को भेजा क्योंकि नामान अपने आपको अत्यधिक महान समझता था। (2 राजा 5:11) और उसे झिड़की की आवश्यकता थी। , “तू जाकर यरदन में सात बार डुबकी मार, तब तेरा शरीर ज्यों का त्यों हो जाएगा, और तू शुद्ध होगा।” 11 परन्तु नामान क्रोधित हो यह कहता हुआ चला गया, “मैंने तो सोचा था, कि अवश्य वह मेरे पास बाहर आएगा, और खड़ा होकर अपने परमेश्वर यहोवा से प्रार्थना करके कोढ़ के स्थान पर अपना हाथ फेरकर कोढ़ को दूर करेगा! 12 क्या दमिश्क की अबाना और पर्पर नदियाँ इस्राएल के सब जलाशयों से उत्तम नहीं हैं? क्या मैं उनमें स्नान करके शुद्ध नहीं हो सकता हूँ?” इसलिए वह क्रोध से भरा हुआ लौटकर चला गया। 13 तब उसके सेवक पास आकर कहने लगे, “हे हमारे पिता यदि भविष्यद्वक्ता तुझे कोई भारी काम करने की आज्ञा देता, तो क्या तू उसे न करता? फिर जब वह कहता है, कि स्नान करके शुद्ध हो जा, तो कितना अधिक इसे मानना चाहिये।” 14 तब उसने परमेश्वर के भक्त के वचन के अनुसार यरदन को जाकर उसमें सात बार डुबकी मारी, और उसका शरीर छोटे लड़के का सा हो गया; और वह शुद्ध हो गया। (लूका 4:27)
15 तब वह अपने सब दल बल समेत परमेश्वर के भक्त के यहाँ लौट आया, और उसके सम्मुख खड़ा होकर कहने लगा, “सुन, अब मैंने जान लिया है, कि समस्त पृथ्वी में इस्राएल को छोड़ और कहीं परमेश्वर नहीं है! इसलिए अब अपने दास की भेंट ग्रहण कर।” 16 एलीशा ने कहा, “यहोवा जिसके सम्मुख मैं उपस्थित रहता हूँ उसके जीवन की शपथ मैं कुछ भेंट न लूँगा†मैं कुछ भेंट न लूँगा: यह महत्त्वपूर्ण था कि नामान को यह भ्रम न हो कि सच्चे परमेश्वर के भविष्यद्वक्ता उद्देश्य से सेवा करते हैं वरन् यह विचार करें कि परमेश्वर का वरदान खरीदा जा सकता है।;” और जब उसने उसको बहुत विवश किया कि भेंट को ग्रहण करे, तब भी वह इन्कार ही करता रहा। 17 तब नामान ने कहा, “अच्छा, तो तेरे दास को दो खच्चर मिट्टी मिले, क्योंकि आगे को तेरा दास यहोवा को छोड़ और किसी परमेश्वर को होमबलि या मेलबलि न चढ़ाएगा। 18 एक बात यहोवा तेरे दास की क्षमा करे, कि जब मेरा स्वामी रिम्मोन के भवन में दण्डवत् करने को जाए, और वह मेरे हाथ का सहारा ले, और मुझे भी रिम्मोन के भवन में दण्डवत् करनी पड़े, तब यहोवा तेरे दास का यह काम क्षमा करे कि मैं रिम्मोन के भवन में दण्डवत् करूँ।” 19 उसने उससे कहा, “कुशल से विदा हो।”
- a एक दूत से उसके पास यह कहला भेजा: एलीशा ने उससे भेंट नहीं की, इसलिए नहीं कि वह कोढ़ी था। उसने एक दूत को भेजा क्योंकि नामान अपने आपको अत्यधिक महान समझता था। (2 राजा 5:11) और उसे झिड़की की आवश्यकता थी।
- b मैं कुछ भेंट न लूँगा: यह महत्त्वपूर्ण था कि नामान को यह भ्रम न हो कि सच्चे परमेश्वर के भविष्यद्वक्ता उद्देश्य से सेवा करते हैं वरन् यह विचार करें कि परमेश्वर का वरदान खरीदा जा सकता है।
- c यहोवा के जीवन की शपथ: यह एक निन्दनीय शपथ है। गेहजी अपने आपको उचित एवं धर्मी दर्शाने के लिए एक अत्यधिक पवित्र धार्मिक शब्दावली काम में लेने में संकोच नहीं करता है।