3 “जुगाळा से तीहया जे मन ना गरीब से! काहाके ह़रग नु राज तीमनुत से।” 4 “जुगाळा से तीहया, जे दुखी हय्न रड़े काहाके तीमने सांती जड़हे।” 5 “जुगाळा से तीहया जे नीचळा से! काहाके आहयी धरती ना हकदार्या से।” 6 “जुगाळा से तीहया, जे धरमीपणा ना भुकला अने तरहेला से! काहाके भगवान तीमने नीरहा कर देहे।” 7 “जुगाळा से तीहया, जे गीणाळ्ळा से! काहाके भगवान तीमनी पोर गीण करहे।” 8 “जुगाळा से तीहया, जीमना मन चोखला से! काहाके तीहया भगवान ने देखहे।” 9 “जुगाळा से तीहया, जे मेळ कराव्वा वाळा से! काहाके तीहया भगवान ना सोरा केवायहे।” 10[a]“जुगाळा से तीहया, जे धरमीपणा ना कारण दुख झेले, काहाके ह़रग नु राज तीमनुत से।” 11[b]“जुगाळा से तमु, जत्यार माणहु मारीन करते तमारी नामबद्दी करे अने वेला पाड़े, अने तमारी पोर आखी भातीन कुहराय करीन झुटो गुनो लगाड़े। 12[c]तमु खुस रेजो अने खुसी मनावजो काहाके तमारी वाटु ह़रग मे घणु मोटु ईलाम से। काहाके आहयीत रीते भगवान वगे गेथा केण्या माणहु ने वेला पाड़ता हता।”
14[e]तमु कळी नु वीजाळु से। जे ह़ेर बड़ा पोर वहलु से तीहयु ह़ताये नी। 15[f]माणहु दीवो धपाड़ीन कांगणी तळे नी मेले, बाखीन दीवलाय पोर मेले, ता तीहयो दीवो आखा घोरल्या ने वीजाळु आपे। 16[g]दीवा नु वीजाळु नी तेम भबलीन तमारा भला काम बी माणहु अगळ उजन्ता हयवा देवो। तीनी सी तीहया तमारा भला काम ने देखीन ह़रगे वाळा तमारा भगवान बाह नी बड़ाय करे।
नेम नी ह़ीकापण
17 तमु ईसम ना ह़मजो के मुसान लीखली सास्तर ने अने भगवान वगे गेथा केण्या माणहुन सास्तर ने खत्तम करवा आवलो। मे तीमने खत्तम नी, बाखीन पुरी करवा आवलो से। 18[h]मे तमने ह़ाचलीन केम, के जत्यार लग ह़रग अने धरती खत्तम नी हय जाय, मुसा नी लीखली सास्तर ना बोल नी एकीक वात अने एकीक अक्सर पुरो हया वगर नी टळे। 19 एतरे जे कोय आहया हुकम मे गेथा काना बी नान्ला हुकम ने पाळवा सोड़ देय, तीहयो ह़रग राज मे नानो केवायहे। पण जे कोय तीहया हुकम ने पाळ्या करहे अने तीमने ह़ीकाड़हे, तीहयो ह़रग ना राज मे मोटो केवायहे। 20 मे तमने केम, कदीम तमु चोखली सास्तर ह़ीकाड़न्या गेथा अने फरीसी माणहु गेथा वदीन धरमपणा मे नी चालो ता तमु ह़रग राज मे नी भराय सके।
रीह अने मोत
21 तमु ह़मळी लेदला से, तमारा आड़ा-बुड़ा ने आहयु केदलु हतु के मारजो नी, जे कोय मारहे ता कोरट-कचवरी मे नीयाव ना दाड़े डंड नी लायक ठेरहे। 22 पण मे तमने केम जे कोय आह़फा ना भाय पोर रीह करहे तीने कोरट-कचवरी मे नीयाव ना दाड़े डंड नी लायक ठेरहे। अने कदीम कोय आह़फा ना भाय ने रीकामा, केहे तीहयो मोट्ली पंचु मे डंड नी लायक ठेरहे; अने जे कोय आह़फा ना भाय ने ए गांडा, केहे तीहयो नरक नी आक्ठी नो डंड नी लायक ठेरहे।
भायु ह़ाते मेळ कर लेवो
23 कदीम तमु वेदी पोर आह़फा नी भेट चड़ाव्वा लाय र्या हय, अने तां ह़ारीक तमने आहयु फोम आवे के मारा भाय ना मन मे मारी भणी गेथु कंय वीरोद से। 24 ता तु आह़फा नी भेट तांत वेदी अगळ रेवा दीन पेले आह़फा भाय ह़ाते मेळ कर ले अने अळतेण आवीन भेट ने चड़ावो। 25 तारो वेरी तने थाणा मे लीन जवा वखत वाट्येत हय, ता तीने छोटोत आह़फा नो दोस्तीदार बणाय ले कंखर तीहयो तने नीयाव करन्या ना हात मे कर देय, अने नीयाव करन्यो तने सीपायड़ा ना हात मे कर देय, अने सीपायड़ा तने जेल मे कुंड देय। 26 मे तने ह़ाचलीन केम, तु जेल सी तां लग नी छुट सकतो जांह तक तु पाय-पाय नी आप देय।
छीनाळा ना बारा मे ह़ीकापण
27 तमु जाणो के आहयु केदलु से, छीनाळु नी करजो, 28 पण मे तमने केम, जे कोय कानी बयर भणी तीनी ह़ाते छीनाळु करवा नो वीच्यार करीन देखे, ता तीहयो आह़फा ना मन मे तीनी ह़ाते छीनाळु कर लेदलो से। 29[i]कदीम तमारो जमण्यो डोळो तमने पाप करावे, ता तीने काडीन नाख देवो। काहाके वारु ते आहयुत से के तमारा डील मे ना एक अंग खुट जाय, पण तमारु आखु डील नरक मे नी आक्ठी मे नी नखाये। 30[j]अने कदीम तमारो जमण्यो हात पाप करे, ता तीने वाडीन नाख देवो; वारु आहयुत से के तमारा डील मे नु भले एक अंग खुट जाय, पण तमारु आखु डील नरक मे नी नखाये।
लाडी ने सोड़वा ना बारा मे ईसु नी ह़ीकापण
(मत्ती 19:9; मरकुस 10:11-12; लुका 16:18)
31[k]आहयु बी केदलु हतु के, जे कोय आह़फा नी लाडी ने सोड़े तीहयो तीने सोड़वा नी चीट्ठी लीखीन पुरावा भेळ आप देवा जोवे। 32[l]बाखीन मे तमने केम, छीनाळा नी वात ने सोड़ीन काना बी बीजा कारण सी, जे आह़फा नी लाडी ने सोड़े; ता तीहयो तीने छीनाळु करावे, अने जे कोय तीहयी छुट्ली बयर सी वेवा करे, तीहयो बी छीनाळु करे।