11 अर धरती के व्यापारी उसकै खात्तर रोवैंगें अर कळपैंगें, क्यूँके इब कोए उनकी ये चीज मोल लेण आळा कोन्या रह्या। 12 उन धोरै भोत सारी चीज थी यानिके सोन्ना, चान्दी, रत्न, मोत्ती, अर मलमल, बैंजनी, रेशमी, लाल रंग लत्ते, अर हरेक ढाळ की खसबूदार लाकड़ी, अर हाथी दाँत की हरेक ढाळ की चीज, घणी कीमती लाकड़ी, पीत्तळ, लोहा, अर संगमरमर के सारे ढाळ के बरतन। 13 अर दालचीनी, मसाले, धूप, गन्धरस, लोबान, अंगूर का रस, तेल, मैद्दा, गेहूँ, गऊँ, बळध, भेड़, बकरियाँ, घोड़े, रथ, गुलाम, अर माणसां के प्राण का कोए खरीदार कोनी रह्या। 14 व्यापारी उस ताहीं कहवैंगें, के जिन चिज्जां की तन्नै इच्छा करी थी, इब वा कोनी रही, अर एशो-आराम अर शोहरत की चीज तेरे तै दूर होई सै, अर वे कदे भी न्ही मिलैगी। 15 इन चिज्जां के व्यापारी जो उसकै जरिये साहूकार होगे थे, उसकै दर्द कै डर नै याद करकै दूर खड़े होकै रोन्दे अर कळपदे होए कहवैंगें,
19 अर अपणे-अपणे सिरां पै धूळ गेरैंगें, अर रोन्दे होए अर कळपदे होए किल्की मार-मारकै कहवैंगें, के, हाय! हाय! यो बड्ड़ा नगर जिसकी सम्पत्ति कै जरिये समुन्दर के सारे जहाज आळे साहूकार होगे थे, इब थोड़ी-ए देर म्ह तू उजड़ ग्या। 20 हे थम जो सुर्ग म्ह रहण आळे, अर हे पवित्र माणसों, प्रेरितों, अर नबियों, जो उसकै गैल होया सै, इस कारण थम खुशी मनाओ, क्यूँके परमेसवर नै बेबीलोन नगर ताहीं दण्ड देकै उसतै थारा बदला लिया सै। 21 फेर एक ताकतवर सुर्गदूत नै बड्डी चाक्की के पाट जिसा पत्थर ठाया, अर न्यू कहकै समुन्दर म्ह बगा दिया, के, “बड्ड़ा नगर बेबीलोन इस्से ढाळ घणी ताकत तै गिराया जावैगा, अर फेर कदे भी उसका बेरा न्ही पाट्टैगा। 22 अर बेबीलोन नगर म्ह गायक, वीणा बजाण आळे, बाँसुरी बजाण आळे, अर तुरही फूंकण आळा का शब्द फेर कदे भी तन्नै सुणाई न्ही देवैगा, अर किसे काम का भी कोए कारीगर तन्नै कदे न्ही मिलैगा, अर चाक्की कै चाल्लण का शब्द फेर कदे भी तन्नै न्ही सुणैगा। 23 अर दीवै का चाँदणा फेर कदे भी तेरे म्ह न्ही चमकैगा, अर बन्दड़ा-बन्दड़ी का शब्द फेर कदे भी तन्नै सुणाई न्ही देवैगा, क्यूँके तेरे व्यापारी धरती के प्रधान थे, अर तेरे जादू-टूणे तै सारी जात भकाई गई थी। 24 परमेसवर बेबीलोन नगर ताहीं इस कारण सजा देवैगा, क्यूँके नबियाँ, पवित्र माणसां, अर धरती पै सारे घात करे होया का लहू उस्से म्ह पाया गया सै।”
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