1 ओ साथी विश्वासियो, मेरे मनो री इच्छा और इस्राएली लोका खे मेरी परमेशरो ते प्रार्थना ये ए कि तिना खे उद्धार मिलो। 2 कऊँकि आऊँ तिना री गवाई देऊँआ कि तिना खे परमेशरो री खातर धुन रओई, तिना लोका खे तिना री सेवा करने री ठीक समज निए। 3 कऊँकि सेयो परमेशरो री धार्मिकता ते अणजाण ऊई की और आपणी धार्मिकता बनाणे री कोशिश करदे रओए। सेयो परमेशरो रे जरिए तय कित्ती री धार्मिकता रे अधीन नि ऊए। 4 कऊँकि मसीह ई धार्मिकता रे बिधानो रा अंत ए और हर एक विश्वास करने वाल़े खे धार्मिकता देओए।
14 पर जेस पाँदे तिने विश्वास नि कित्तेया, सेयो तेसरा नाओं किंयाँ लओ? और जेसरे बारे रे सुणेया नि, तेस पाँदे विश्वास किंयाँ करना और प्रचारका ते बिना किंयाँ सुणना? 15 और जे पेजे नि जाओ, तो किंयाँ प्रचार करो? जेड़ा पवित्र शास्त्रो रे लिखी राखेया, “तिना रे पैर केड़े खरे ए, जो अच्छी गल्ला रा सुसमाचार सुणाओए।”
16 पर सबी इस्राएलिए तेस सुसमाचारो पाँदे विश्वास नि कित्तेया। जेड़ा यशायाह भविष्यवक्ता बोलोआ, “ओ प्रभु, किने आसा रे सुसमाचारो पाँदे विश्वास करी राखेया?” 17 तो विश्वास सुणने ते और सुणना मसीह रे वचनो ते ओआ। 18 पर आऊँ पुछूँआ, क्या तिने मसीह रे बारे नि सुणेया? सुणेया तो जरूर ए, कऊँकि पवित्र शास्त्रो रे लिखी राखेया,
19 आऊँ फेर पुछूँआ कि क्या इस्राएलो रे लोक नि जाणो थे? पईले तो प्रभुए मूसा रे जरिए ये बोलोआ,
20 तेबे यशायाह बड़ी ई इम्मता साथे बोलोआ,
21 पर इस्राएलो रे लोका रे बारे रे परमेशर यशायाह रे जरिए ये बोलोआ,